मेरी तन्हाईयो का सूरज
कभी चढ़ता तो कभी डूबा जाता है
क्योंकि जिस पत्थर को लगती हैं अक्सर चोटें हजारों
उसे ही तो भगवान के दर्जे में पूजा जाता है
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